अपनों ने ही की थी गद्दारी...पहलगाम आतंकी हमले में 15 कश्मीरी चिह्नित,बचने के लिए अपना रहे ये तकनीक...
पहलगाम नरसंहार में शामिल आतंकवादी अभी ज्यादा दूर नहीं भागे हैं। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, आतंकवादी अभी भी पहलगाम के आसपास किसी जंगल या बस्ती में छिपे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार दो दिन पहले संदिग्ध आतंकियों ने एक घर में खाना खाया और भाग गए।इसके बाद जब सुरक्षा एजेंसियों ने पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों के स्केच परिजनों को बताए तो उन्होंने उनकी पहचान कर ली। वहीं, सूत्रों के मुताबिक, आतंकी पहले भी सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल कर चुके हैं।
आतंकवादी लगातार अपना ठिकाना बदल रहे हैं
इन सबके आधार पर माना जा रहा है कि आतंकी हमले में ज्यादा दूर तक नहीं जा पाए हैं। वे इस क्षेत्र में लगातार अपना स्थान बदल रहे हैं। ऐसी संभावना है कि वे जंगल में किसी प्राकृतिक गुफा या आसपास की किसी बस्ती में छिपे हों। पिछले सात दिनों से चल रहे तलाशी अभियान के तहत पहलगाम के आसपास की घेराबंदी भी कड़ी कर दी गई है।
तलाशी अभियान में खोजी कुत्तों और ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा, पहलगाम के बैसरन और हपतगुंड के ऊपरी इलाकों में अपने मवेशियों के साथ डेरा डाले हुए खानाबदोश गुज्जर-बक्करवाल समुदाय के कुछ लोगों की भी पहचान की गई है, जिन्होंने कथित तौर पर हमला करने वाले आतंकवादियों को देखा था। उसने सोचा कि ये पास की बस्ती के ग्रामीण होंगे, जो ऊपर जंगल में लकड़ियाँ या जड़ी-बूटियाँ इकट्ठा करने आए होंगे।
पहलगाम और हपतगुंड के आसपास छिपे हो सकते हैं आतंकवादी
सूत्रों के अनुसार, बैसरन के आसपास के विभिन्न चरागाहों में बने गुज्जर-बक्करवाल समुदाय के कुछ कोठों (अस्थायी आश्रयों) की भी तलाशी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पहलगाम, अनंतनाग और आसपास के इलाकों से 188 संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनमें से अधिकतर पूर्व आतंकवादी और आतंकवादियों के ओवरग्राउंड वर्कर हैं।
बताया जा रहा है कि इनमें से 15 ओवरग्राउंड वर्करों को कुछ समय पहले रिहा कर दिया गया था। उन्होंने पहलगाम और आसपास के इलाकों में सक्रिय आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ विशेष मार्गों और स्थानों के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी है। हालाँकि, पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
सूत्रों ने बताया कि हमले में शामिल आतंकवादी पहलगाम और हपतगुंड के आसपास कहीं छिपे हुए हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र में सभी संदिग्ध तत्वों पर निगरानी शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों से लगातार संपर्क किया जा रहा है और उनसे पूछा जा रहा है कि क्या उन्होंने अपने क्षेत्र में कोई संदिग्ध तत्व देखा है। इन बस्तियों में आने-जाने वाले लोगों पर भी नजर रखी जा रही है।