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वो झुलसता प्लेन, बिखरा मलबा और हथियार लहराते लड़ाके... भारत के पड़ोस में छिड़ गया युद्ध? आर्मी के सीने पर वार...

वो झुलसता प्लेन, बिखरा मलबा और हथियार लहराते लड़ाके... भारत के पड़ोस में छिड़ गया युद्ध? आर्मी के सीने पर वार...

भारत के पड़ोस में स्थित म्यांमार में चल रही संघर्ष की आग अब और तेज़ हो गई है. देश की फौजी सरकार (जुंटा) के खिलाफ लड़ रहे विद्रोही गुटों ने ऐसा कदम उठाया है जिसने सेना को भीतर तक झकझोर दिया है। म्यांमार के सागाइंग इलाके में विद्रोहियों ने दावा किया है कि उन्होंने जुंटा का एक मिलिट्री फाइटर जेट मार गिराया है-और इसके सबूत के तौर पर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो व तस्वीरें सेना के दावे पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

जमीनी हकीकत: गोली से गिरा या तकनीकी खराबी?

म्यांमार आर्मी ने इस हादसे को "तकनीकी खराबी" बताया है. उनका कहना है कि यह एक ट्रेनिंग मिशन था और इंजन फेल होने के कारण विमान गिरा. लेकिन लोगों की राय कुछ और ही है. कई चश्मदीद गवाहों ने दावा किया कि उन्होंने प्लेन को गोली लगते देखा और फिर उसे आग की लपटों में जमीन पर गिरते हुए देखा।

विद्रोही बोले - "ये हमारी सबसे बड़ी जीत"

फौज के इस फाइटर जेट को गिराने का दावा किया है People's Liberation Army (PLA) ने, जो म्यांमार में सक्रिय प्रमुख विद्रोही संगठनों में से एक है. PLA की एक महिला प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा, "ये पहली बार है जब हमने उनका फाइटर जेट आसमान से नीचे गिराया. यह हमारी सबसे बड़ी सैन्य उपलब्धि है।"

बताया गया कि पिछले चार दिनों से सागाइंग क्षेत्र के Min Taing Pin गांव के आसपास भारी मुठभेड़ चल रही थी. इसी बीच, जब सेना के दो लड़ाकू विमान इलाके में बमबारी करके लौट रहे थे, तभी विद्रोहियों ने ज़मीन से हमला कर एक प्लेन को निशाना बनाया।

सेना को वायुसेना की ताकत में सेंध

म्यांमार में 2021 में हुए तख्तापलट के बाद से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. सेना ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को हटाकर देश पर नियंत्रण कर लिया था. इसके बाद आम नागरिक, छात्र, आदिवासी गुट और पुराने विद्रोही संगठन एक साथ जुंटा के खिलाफ लामबंद हो गए. हालांकि सेना के पास रूस और चीन से मिले आधुनिक हथियार, ड्रोन और एयरक्राफ्ट हैं, लेकिन अब विद्रोहियों ने साबित कर दिया है कि उनका हौसला इनसे बड़ा है।

संघर्ष का सबसे गर्म मोर्चा

Min Taing Pin वही गांव है जिसे म्यांमार की सेना पहले भी निशाना बना चुकी है-गांव जलाए गए, लोगों को मौत के घाट उतारा गया और निर्दोषों पर बमबारी की गई. अब जब विद्रोहियों ने इसी इलाके में सेना के सबसे शक्तिशाली हथियार, यानी Air Power को चुनौती दी है, तो यह संकेत है कि जंग अब नए स्तर पर पहुंच चुकी है।

क्या बदलेगा युद्ध का संतुलन?

इस घटना ने म्यांमार के गृहयुद्ध में एक टर्निंग पॉइंट ला दिया है. पहली बार सेना की 'हवा में अपराजेय' कही जाने वाली ताकत को ज़मीन से मात मिली है. इसका असर न सिर्फ जुंटा की रणनीति पर पड़ेगा, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय और पड़ोसी देशों के लिए भी गंभीर संकेत हो सकता है.भारत के पड़ोस में स्थित म्यांमार में चल रही संघर्ष की आग अब और तेज़ हो गई है. देश की फौजी सरकार (जुंटा) के खिलाफ लड़ रहे विद्रोही गुटों ने ऐसा कदम उठाया है जिसने सेना को भीतर तक झकझोर दिया है. म्यांमार के सागाइंग इलाके में विद्रोहियों ने दावा किया है कि उन्होंने जुंटा का एक मिलिट्री फाइटर जेट मार गिराया है-और इसके सबूत के तौर पर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो व तस्वीरें सेना के दावे पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

जमीनी हकीकत: गोली से गिरा या तकनीकी खराबी?

विद्रोही बोले - "ये हमारी सबसे बड़ी जीत"

सेना को वायुसेना की ताकत में सेंध

संघर्ष का सबसे गर्म मोर्चा

क्या बदलेगा युद्ध का संतुलन? ये तो आने वाला वक्त बताएगा।