INDW vs ENGW: मंधाना ये तूने क्या किया... इंग्लैंड ने भारत के जबड़े से छीनी जीत, हरमन प्रीत ने किसे बताया गुनहगार?...
Ingland Women vs India Women: महिला वर्ल्ड कप 2025 में रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ मैच में भारत को दर्दनाक हार का सामना करना पड़ा। एक समय पर ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया आसानी से ये मुकाबला जीत जाएगी, लेकिन कहते हैं ना कि क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और यहां हर प्रेडिक्शन फेल है।
स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कौर ने भारत को जीत की दहलीज तक तो पहुंचा दिया, लेकिन काम फिर भी अधूरा रह गया। आखिरी तीन ओवरों में इंग्लैंड के गेंदबाजों ने शानदार वापसी की और हारी हुई बाजी 4 रन से जीतकर महिला वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
इंदौर के होलकर क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और हीदर नाइट के शानदार शतक की मदद से स्कोरबोर्ड पर 288 रन टांग दिए। लक्ष्य का पीछा करते हुए 42वें ओवर तक टीम इंडिया फ्रंटफुट पर थी, लेकिन स्मृति मंधाना का विकेट गिरा और मैच का रूख तेजी से बदल गया।
जीती हुई बाजी हार गई टीम इंडिया
शानदार पारी खेलने के बाद स्मृति मंधाना 88 रन बनाकर आउट हो गईं। उस समय भी मैच में टीम इंडिया आगे थी, लेकिन फिर ऋचा घोष और दीप्ति शर्मा भी पवेलियन लौट गईं और वहां से भारत के हाथ से मैच फिसल गया। एक समय पर भारत को जीत के लिए 72 गेंदों पर 71 रन की दरकार थी, लेकिन लगातार विकेट गिरने से दबाव बढ़ा और ये आंकड़ा 12 गेंदों पर 23 रन तक पहुंच गया।
स्टेडियम में मौजूद हजारों फैंस को यकीन ही नहीं हुआ कि आखिर टीम इंडिया ये मैच हार कैसे गई। स्मृति के साथ कप्तान हरमनप्रीत ने भी अच्छी पार्टनरशिप की और 70 रन बनाए। हालांकि, दोनों में से कोई एक भी अंत तक टिक नहीं सका और इसके चलते टीम इंडिया मैच हार गई।
हरमनप्रीत कौर ने किसे बताया गुनहगार?
दर्दनाक हार के बाद फैंस के साथ-साथ भारतीय खिलाड़ी भी इमोशनल हो गए। कैमरे का फोकस स्मृति मंधाना पर गया जिनकी आंखों में दर्द और काम अधूरा छोड़ने का गम साफतौर से जाहिर हो रहा था। मैच के बाद भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी स्मृति मंधाना के विकेट को टर्निंग पॉइंट बताया। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि स्मृति का विकेट हमारे लिए एक टर्निंग पॉइंट था और मुझे अब भी लगता है कि हमारे पास ज़रूरत से ज्यादा बल्लेबाज थे। मुझे नहीं पता कि चीजें कैसे बदल गईं, लेकिन इसका श्रेय इंग्लैंड को जाता है। वे हारे नहीं। उन्होंने अच्छी गेंदबाजी जारी रखी और विकेट लेते रहे।