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न विकेट गिरी और न बने रन...गुवाहाटी में टीम इंडिया का शर्मनाक प्रदर्शन, वाइटवाश की कगार पर, SA को 314रन की बढ़त, 10विकेट बाकी...

न विकेट गिरी और न बने रन...गुवाहाटी में टीम इंडिया का शर्मनाक प्रदर्शन, वाइटवाश की कगार पर, SA को 314रन की बढ़त, 10विकेट बाकी...

गुवाहाटी, खेल न्यूज। गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में सोमवार को खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारत एक और बल्लेबाजी पतन का शिकार हो गया, जिससे घरेलू टेस्ट श्रृंखला में क्लीन स्वीप का खतरा गहरा गया है। दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 489 रन बनाकर मजबूत बढ़त हासिल की और फिर भारत को 201 रन पर समेटकर मैच पर पूरी पकड़ बना ली है। 

दिन का खेल समाप्त होने तक मेहमान टीम ने फॉलो-ऑन लेने के बजाय अपनी दूसरी पारी की शुरुआत करते हुए बिना किसी नुकसान के 26 रन बना लिए. बता दें कि दक्षिण अफ्रीका दो टेस्ट मैचों की सीरीज में 1.0 से आगे है।

अभी दो दिन का खेल बाकी है और मुकाबले की दिशा लगभग तय दिखाई दे रही है. भारत की उम्मीदें अब लगभग चमत्कार पर टिकी हैं क्योंकि घरेलू मैदान पर लगातार दूसरी टेस्ट हार से बचना बेहद कठिन होता जा रहा है।

जेनसन की गेंदबाज़ी से भारतीय पारी धराशायी

दक्षिण अफ्रीका के तेज़ गेंदबाज़ मार्को जेनसन दिन के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी साबित हुए. पहली पारी में 93 महत्वपूर्ण रन जोड़ने के बाद उन्होंने गेंदबाज़ी में भी कमाल दिखाते हुए 48 रन देकर 6 विकेट चटकाए. उनकी तेज बाउंसर, सटीक लेंथ और लगातार आक्रामकता के सामने भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ा गई।

भारत ने दिन की शुरुआत 6/0 से की और यशस्वी जायसवाल व केएल राहुल ने अच्छी साझेदारी भी बनाई. जायसवाल ने आक्रामक अंदाज में अर्धशतक पूरा किया और बड़ी पारी की ओर अग्रसर थे. लेकिन जैसे ही राहुल स्लिप में कैच देकर आउट हुए, भारतीय पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई. जायसवाल भी जल्द ही लौट गए और इसके बाद विकेटों की लाइन लग गई. साई सुदर्शन, ऋषभ पंत और ध्रुव जुरेल सभी गलत समय पर गलत शॉट खेलते हुए आउट हो गए. पहले सत्र में 65/0 से भारत का स्कोर 102/4 हो गया था और दूसरी सत्र में यह गिरावट और गहरी होती गई।

सुंदर और कुलदीप ने दिखाया साहस

वाशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव ने भारत की ओर से पारी को आगे बढ़ाया. दोनों ने आठवें विकेट के लिए 72 रन जोड़े और 200 से ज्यादा गेंदें खेलकर मेहमान टीम की लय को कुछ देर के लिए रोक दिया. वाशिंगटन ने रक्षात्मक खेल के साथ-साथ संतुलित आक्रमण भी दिखाया, जबकि कुलदीप बेहद सतर्क होकर खेले. यह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की आठवें विकेट की सबसे लंबी साझेदारी रही. हार्मर ने अंततः वाशिंगटन को आउट कर साझेदारी तोड़ी और नई गेंद के साथ जेनसन ने दो और विकेट लेकर भारत को 201 पर समेट दिया।

दक्षिण अफ्रीका की मजबूत शुरुआत

288 रन की भारी बढ़त के बावजूद कप्तान टेम्बा बावुमा ने फॉलो-ऑन नहीं दिया. दूसरी पारी में रयान रिकेल्टन और एडेन मार्करम आत्मविश्वास के साथ उतरे और शुरू से ही रन बटोरते नजर आए. बुमराह के खिलाफ शुरुआती चौके और भारत की ढीली फील्डिंग ने मेहमान टीम की बढ़त को और बड़ा कर दिया. खराब रोशनी के कारण खेल जल्दी समाप्त करना पड़ा, लेकिन दक्षिण अफ्रीका बिना किसी नुकसान के 26 रन तक पहुंच चुका था।

भारत को बचाने के लिए चमत्कार की जरूरत

मैच अब पूरी तरह दक्षिण अफ्रीका की गिरफ्त में है. भारतीय बल्लेबाजी तकनीकी कमजोरियों और गलत शॉट चयन का शिकार दिखी. जायसवाल और वाशिंगटन को छोड़ बाकी बल्लेबाज आत्मविश्वासहीन और दबाव में टूटते नजर आए. पिच के और मुश्किल होने की संभावना के साथ भारत के लिए यह मुकाबला बचाना बेहद कठिन चुनौती बन गया है।

एक साल पहले भारत का घरेलू टेस्ट सीरीज़ हारना असंभव लगता था, लेकिन गुवाहाटी और कोलकाता के निराशाजनक प्रदर्शन ने उस संभावना को वास्तविक खतरे में बदल दिया है. दक्षिण अफ्रीका अब क्लीन स्वीप की ओर मजबूती से बढ़ रहा है और भारत को इससे बचने के लिए अगले दो दिनों में असाधारण खेल दिखाना होगा।