जिला अस्पताल का मामला :: महिला गार्ड द्वारा मरीज को इंजेक्शन लगाने पर हुई प्रशासन की सख्ती, अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस...
जिला अस्पताल में महिला गार्ड द्वारा मरीज को इंजेक्शन लगाने का मामला आखिरकार प्रशासनिक कार्रवाई तक पहुंच गया है। इस गंभीर लापरवाही को लेकर कलेक्टर ने अब सख्त रुख अपनाते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) और सिविल सर्जन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
दरअसल, कुछ दिन पहले जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज को इलाज के दौरान नर्स या वार्ड ब्वॉय की जगह पर महिला गार्ड द्वारा इंजेक्शन लगाए जाने की घटना सामने आई थी। अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करने वाला यह मामला उजागर होते ही स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है।
बताया जा रहा है कि गार्ड के पास न तो चिकित्सकीय प्रशिक्षण था और न ही इंजेक्शन लगाने की अनुमति। बावजूद इसके, अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते मरीज का इलाज गैर-प्रशिक्षित कर्मचारी के हाथों कराए जाने जैसी चौंकाने वाली स्थिति पैदा हुई।
इस मामले को प्रमुखता से उठाने वाले "केसरी न्यूज 24" की रिपोर्ट के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया। मीडिया में खबर फैलने के बाद आम जनता में भी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर नाराजगी देखने को मिली। इसके बाद कलेक्टर ने त्वरित संज्ञान लेते हुए इस पूरे प्रकरण की गंभीरता को समझा और जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब मांगा।
कलेक्टर ने सीएमएचओ और सिविल सर्जन दोनों को नोटिस जारी कर यह स्पष्ट करने को कहा है कि अस्पताल में इस तरह की लापरवाही आखिरकार कैसे हुई और किसकी अनुमति या निगरानी में यह घटना घटित हुई। साथ ही, अधिकारियों से तीन दिनों के भीतर जवाब तलब किया गया है। प्रशासन का कहना है कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि गार्ड को इंजेक्शन लगाने की अनुमति देना न केवल मरीज की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है बल्कि यह मेडिकल प्रोटोकॉल का भी सीधा उल्लंघन है। ऐसे मामलों से अस्पतालों की कार्यप्रणाली पर जनता का भरोसा कमजोर होता है।
जिला अस्पताल के इस मामले ने एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया है। जहां एक ओर मरीज इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों पर निर्भर रहते हैं, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक लापरवाही और स्टाफ की कमी जैसी समस्याएं आए दिन नए विवाद खड़े कर रही हैं।