4 लाख ₹ घूस लेते रंगे हाथ पकड़ी गई महिला अफसर तो फूट-फूटकर रोई, गिड़गिड़ाई, पकड़े कान और बोली- प्लीज छोड़ दो...
हैदराबाद : तेलंगाना में हैदराबाद की टाउन प्लानिंग ऑफिसर को घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। टाउन प्लानिंग महिला ऑफिसर ने एक सरकारी काम के लिए दस लाख रुपये घूस में डील की थी। उस दस लाख रुपये में चार लाख रुपये अडवांस लेते हुए उन्हें पकड़ा गया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने नरसिंगी नगरपालिका कार्यालय में की है। नगर नियोजन अधिकारी का नाम मनिहारिका है। जब उन्हें पकड़ा गया तो वह फूट-फूटकर रोने लगीं।
मनिहारिका पर आरोप है कि उन्होंने भूमि नियमितीकरण योजना (एलआरएस) के तहत विनोद नाम के एक व्यक्ति के आवेदन को मंजूरी नहीं दी। उसने कई चक्कर काटे और फाइल रोके जाने का कारण पूछा। उसे बार-बार दफ्तर में बुलाकर लौटा दिया गया। बाद में उसे 10 लाख रुपये की रिश्वत देने को कहा गया।
इस तरह पकड़ी गई महिला अफसर
विनोद ने टाउन प्लानिंग ऑफिसर के घूस मांगे जाने की शिकायत एसीबी में दर्ज कराई। जिसके बाद जाल बिछाकर अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ लिया गया। पुलिस उपाधीक्षक श्रीधर के नेतृत्व में एसीबी अधिकारियों की एक टीम नगरपालिका कार्यालय में तलाशी ले रही थी। अधिकारी मनिहारिका द्वारा पूर्व में मंजूर की गई फाइलों की जांच कर रहे थे।फूट-फूटकर रोईं-गिड़गिड़ाईं
मनिहारिका को जैसे ही घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया वह फफककर रो पड़ीं। वह हाथ जोड़कर माफी मांगने लगीं और एक बार माफ करने को कहना लगीं। अफसरों ने बताया कि उन्होंने कान पकड़े और हाथ जोड़े। वह खूब रोईं लेकिन उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। हाल के दिनों में एसीबी द्वारा कई महिला अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है।
महिला अधिकारियों पर शिकंजा
4 सितंबर को, नलगोंडा जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला मत्स्य अधिकारी एम. चरिथा रेड्डी को शिकायतकर्ता की मत्स्य सहकारी समिति में नए सदस्यों को शामिल करने की मंज़ूरी देने के लिए 20,000 रुपये की रिश्वत मांगते और स्वीकार करते हुए पकड़ा गया।
रंगाराड्डी जिले के अमंगल मंडल के तहसीलदार चिंताकिंडी ललिता और मंडल सर्वेक्षक कोटा रवि को शिकायतकर्ता से भूमि पंजीकरण पूरा करने और शिकायतकर्ता की दादी की ज़मीन से संबंधित भूमि अभिलेखों में मुद्रण संबंधी गलतियों को ठीक करने के लिए 1 लाख रुपये की मांग करते और 50,000 रुपये स्वीकार करते हुए पकड़ा गया।
लगातार एसीबी का एक्शन
एसीबी ने 12 अगस्त को विकाराबाद के जिला कलेक्टर कार्यालय में कनिष्ठ सहायक के. सुजाता को शिकायतकर्ता से 15,000 रुपये की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में पकड़ा। यह रिश्वत उन्होंने विकाराबाद कलेक्टर कार्यालय में शिकायतकर्ता के दस्तावेजों पर कार्रवाई करने और सरकार द्वारा उसे आवंटित दो एकड़ ज़मीन के संबंध में शिकायतकर्ता की माँ का नाम शामिल करने के लिए कलेक्टर के आदेश की प्रति नवाबपेट तहसीलदार कार्यालय को भेजने के लिए दी थी।
जून में, मंचेरियल जिले के बेल्लमपल्ली स्थित सहायक श्रम अधिकारी कार्यालय में सहायक श्रम अधिकारी पाका सुकन्या और उनकी निजी सहायक मोकिनेपल्ली राजेश्वरी को शिकायतकर्ता के पति से संबंधित प्राकृतिक मृत्यु दावे और अंतिम संस्कार शुल्क की फाइल पर कार्रवाई करने और उसे मंजूरी के लिए उच्च अधिकारियों को भेजने के लिए शिकायतकर्ता से 30,000 रुपये की रिश्वत माँगते और स्वीकार करते हुए पकड़ा गया था।