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कट्टरपंथियों के मुंह पर करारा तमाचा,, बिहार : केसरिया में मुस्लिम समुदाय जन्माष्टमी पर नहीं निकालेगा चेहल्लुम का जुलूस,,,।

कट्टरपंथियों के मुंह पर करारा तमाचा,, बिहार : केसरिया में मुस्लिम समुदाय जन्माष्टमी पर नहीं निकालेगा चेहल्लुम का जुलूस,,,।

बिहार,,पूर्वी चंपारण। जिले में केसरिया प्रखंड के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अनोखी मिसाल पेश की है। मुस्लिम समुदाय के लोगो ने जन्माष्टमी के कारण सर्वसम्मति से चेहल्लुम पर जुलूस व ताजिया नहीं निकालने का निर्णय लिया है।समुदाय के लोगो एक ही दिन दोनों पर्व होने के कारण हिंदू मुस्लिम में आपसी सौहार्द को मजबूत बनाने को लेकर ऐसा निर्णय लिया है। 

मीडिया जानकारी के अनुसार केसरिया स्थित दरिया कमेटी पुरानी बाजार के द्वारा केसरिया जमा मस्जिद में जिक्रे शहादत की महफिल सजाई गई। जिसमे केसरिया कौमी एकता फ्रंट के अध्यक्ष वसिल अहमद खान ने जन्माष्टमी की वजह से चेहल्लुम का जुलूस नहीं निकालने पर विचार रखा। जिसको कमेटी के सदस्यों और सभी साहिबान ने सर्वसम्मति से मानने का फैसला किया। और वसिल अहमद खान ने कहा कि ऐसा करते हम सब गंगा जमुनी तहजीब की एक अनोखी मिसाल कट्टरपंथियों के सामने प्रस्तुत करें। 

उन्होंने कहा कि मानवता की हिफाजत करने का तरीका हमें कर्बला की सर जमीन से मिलता है। जहां हमारे नबी के नवासे हजरत इमाम हुसैन ने अपनी जान को कुर्बान किया। जामा मस्जिद केसरिया के इमाम मौलाना अनिसुर रहमान चिश्ती ने कहा कि इमाम ए हुसैन ने मानवता की हिफाजत अपने लहू से की। केसरिया प्रमुख पति नाजा अहमद खान उर्फ पप्पू खान ने कहा कि मुहर्रम मानवता को त्याग समर्पण और शहादत का पैगाम देता है। कर्बला वालों की शहादत हमेशा याद रखी जाएगी। 

इस अवसर पर निजामुदीन खान नबील अहमद खान, मोहम्मद इदरीश, मंसूर आलम, मोहम्मद जमील, मोहम्मद अल्ताफ, मोहम्मद मुमताज, महताब खान, चुन्नु खान, अमजद खान , शौकत अली, अशरफ अली, इम्तियाज अली, मोहम्मद कलीम इत्यादि शख्स मौजूद थे।