क्या मुझे मौका मिलेगा? लॉर्ड्स में सबके सामने इस भारतीय दिग्गज ने बयां की अपने दिल की ख्वाहिश...
भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट मैच में अनुभवी बल्लेबाज़ अजिंक्य रहाणे ने अपनी दिली इच्छा सबके सामने ज़ाहिर की है। अजिंक्य रहाणे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में से एक हैं, लेकिन पिछले 2 सालों से टीम इंडिया से बाहर हैं। भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट मैच के तीसरे दिन एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि वह अब भी टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं।
अजिंक्य रहाणे ने ज़ाहिर की अपनी इच्छा
लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथरटन के साथ एक इंटरव्यू में अजिंक्य रहाणे ने टेस्ट क्रिकेट में वापसी की अपनी इच्छा का ज़िक्र किया। जब एथरटन ने उनसे पूछा कि क्या उन्होंने इस प्रारूप में वापसी की उम्मीद छोड़ दी है, तो रहाणे ने कहा, 'बिल्कुल नहीं। मैं अब भी टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूँ। मैं लंबे समय के बाद यहाँ आ रहा हूँ। मैं यहाँ सिर्फ़ कुछ दिनों के लिए हूँ। मैं अपने ट्रेनर (ट्रेनिंग किट) भी अपने साथ रखता हूँ ताकि मैं फिट रह सकूँ। घरेलू सीज़न भी शुरू हो रहा है और उसकी तैयारियाँ भी शुरू हो गई हैं।'
2023 में खेला आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैचअजिंक्य रहाणे ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। इस मैच में भारतीय खिलाड़ी ने केवल आठ रन बनाए थे। टीम इंडिया ने दूसरी पारी घोषित कर दी थी और इस वजह से उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला।
अजिंक्य रहाणे ने टेस्ट क्रिकेट में 85 मैचों में 38.46 की औसत से 5077 रन बनाए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 188 रन है। उनके नाम 26 अर्धशतक और 12 शतक दर्ज हैं। इनमें से एक शतक 2014 में लॉर्ड्स के इसी मैदान पर आया था, जिसे टीम इंडिया ने जीता था।
इंग्लैंड के खिलाफ, इस अनुभवी खिलाड़ी ने 21 टेस्ट मैचों में 22.70 की औसत से 840 रन बनाए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 103 रन है। रहाणे की एक और बड़ी उपलब्धि यह है कि उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराया है। टीम इंडिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 2-1 से जीत ली। इस सीरीज़ में टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया।
इतना ही नहीं, 2017 में विराट कोहली की गैरमौजूदगी में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज़ 2-1 से जीती थी। भारतीय खिलाड़ी की कप्तानी में टीम इंडिया को एक भी टेस्ट मैच में हार का सामना नहीं करना पड़ा है।