मैं हाथ जोड़कर कहती हूं, बचा लीजिए... छांगुर के 'छलजाल' में फंसीं युवतियों की आपबीती...
लखनऊ राज्य, ब्यूरो। यूपी में अवैध धर्मांतरण के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें मुख्य आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को यूपी ATS ने गिरफ्तार किया है। आरोपी छांगुर बाबा को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। बाबा छांगुर के जाल में फंसी कई लड़कियों ने अब अपनी आपबीती सुनाई है, जो बेहद चौंकाने वाली और दर्दनाक है। बलरामपुर के छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन की कुंडली धीरे-धीरे खुल रही है। छांगुर के धर्मांतरण रैकेट में कैसे फंसाया जाता था पीड़ित लड़कियां अब खुलकर सामने आकर पूरी बात बता रही है। सोमवार को लखनऊ में तीन युवतियों ने मीडिया को पूरा किस्सा बताया.. जानिए क्या कहा उन्होंने-
पहली पीड़िता ने क्या बताया
पहली पीड़िता ने बताया कि मुझे मारपीट कर बेहोशी की हालत में उतरौला ले जाया गया। कहा गया कि मेरा रूहानी इलाज किया जाएगा। छांगुर का गुर्गा फरमान मुझे सहारनपुर ले गया। वहां मुझे नकली नाम से अस्पताल में भर्ती करवाया गया, ये लोग सीधी कॉल नहीं करते थे। इंटरनेट कॉल के जरिए संपर्क में रहते थे। वे मुझे सऊदी लेकर गए थे। मैं ब्यूटीशन हूं, मुझसे कहा गया कि वहां अच्छी कंपनी में नौकरी लगवा दूंगा। वहां शादी कर सेटल हो जाएंगे। वहां जाकर पता चला कि यह हिंदू नहीं, मुस्लिम हैं। देवबंद, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर मिनी पाकिस्तान में इनका रैकट है।
दूसरी महिला ने खोली बाबा छांगुर की पोल
एक अन्य महिला ने बताया कि मेरे जो संपर्क में आया, उसने मुझे अपना नाम अमित बताया. उसका असली नाम अबू अमीर अंसारी था। उसने पूरी फैमिली को हिंदू बताकर मुझसे मिलवाया। छांगुर बाबा से मेरी 2019 में मेरी मुलाकात चांद औलिया दरगाह पर हुई, जहां का माहौल बड़ा अजीब था। वहां सिर्फ महिलाएं थी और उनका ब्रेनवॉश कराया जा रहा था। जिन्होंने मुझे अपने जाल में फंसाया, उसके पिता ने ही 10 से ज्यादा का धर्म परिवर्तन कराया है। उनको जब तक पकड़ा नहीं जाएगा तब तक खुलासे नहीं होंगे।
अभी तो इस मामले में 50 फीसदी भी कार्रवाई नहीं हुई है। इस गैंग का अभी तो सरगना गिरफ्तार हुआ है बाकि जो इस गैंग को चला रहे हैं वो तो अभी तक खुले घूम रहे हैं। सभी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, छांगुर बाबा की प्रोपर्टी अपने नाम पर नहीं है, उसने ज्यादातर प्रोपर्टी दूसरों के नाम पर ली है। वो दूसरों के नाम से सारा खेल खेल रहा है। कोई भी सरगना अपने आप से खेल नहीं खेलता है। फंडिंग हुई है, और रेट तय किया गया है। फंडिंग का पैसा किसी भी पीड़िता को नहीं मिला। ये पैसा हवाला के जरिए आता है। नेपाल से आता है, इसमें नेपाल का बहुत बड़ा सहयोग है। लखनऊ के अंदर मैंने वो जगह बताई है, किस जगह से पैसा आता है कहां से लिया जाता है।
तीसरी युवती की आपबीती
तीसरी पीड़ित ने बताया कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है. औरैया की रहने वाली युवती ने बताया कि वो रूद्र बनकर मेरी मम्मी को 2019 में पापा की शराब छुड़वाने के लिए मिला था. इसके बाद हम छांगुर बाबा से मिले. छांगुर ने एक ताबीज दिया और दुआ पढ़ी. रूद्र की बहन मेरे घर पर नाम बदलकर आती जाती थीं। 2024 में उसने कहा कि बाबा कानपुर आए हैं, उनसे मिल लो।
हम उसके साथ चले गए। वह मुझे फतेहपुर मस्जिद में ले गया। मेरे साथ जबरन निकाह किया गया। तब मुझे पता चला कि उसका नाम मेराज अंसारी है। वीडियो कॉल पर छांगुर बाबा भी था। उन्होंने मेरा नाम जैनब रखा। सबा नाम की औरत को मेरी नकली मां बनाया था। तीन महीने तक मुझे बंधक रखा गया। वह फोन पर 2047 तक भारत को इस्लामिक मुल्क बनाने की बात करता था। उसके बड़े पापा पाकिस्तान में रहते हैं। मुझे वहां भेजने की बात भी करते थे।