'पैसे नही लोगे तो मुझे पाप लगेगा...' मिट्टी के दीये खरीदकर ASP ने दुकानदार से कही दिल छू लेने वाली बात...
Baghpat ASP Viral Video: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से एक ऐसा वीडियो सामने आया है। जिसने दिवाली से पहले लोगों के दिलों को छू लिया है। जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) प्रवीण सिंह चौहान ने अपनी संवेदनशीलता और इंसानियत का परिचय देते हुए एक जरूरतमंद दुकानदार की मदद की.उनकी यह पहल अब सोशल मीडिया पर सराहना का विषय बनी हुई है और लोग उन्हें पुलिस वाले नहीं, फरिश्ते कहकर सम्मानित कर रहे हैं।
दिवाली से एक दिनपहले जब एएसपी प्रवीण सिंह चौहान रात के समय बाहर निकले थे. इस दौरान उनकी नजर एक छोटे से दीया बेचने वाले दुकानदार पर पड़ी। उन्होंने न केवल उससे दीये खरीदे बल्कि जब दुकानदार ने पैसे लेने से इनकार किया, तो एएसपी ने मुस्कराते हुए उसे 500 रुपये थमा दिए और कहा कि अगर तुम पैसे नहीं लोगे, तो मुझे पाप लगेगा। इस मानवीय पहलू को किसी राहगीर ने कैमरे में कैद कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
भावुक हुआ दुकानदार
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एएसपी चौहान कितनी सादगी से दुकानदार से संवाद कर रहे हैं. जब दुकानदार ने पैसे लेने से मना किया, तो चौहान ने विनम्रता से कहा कि 'अगर तुम पैसे नहीं लोगे तो मुझे पाप लगेगा।' उनकी यह बात सुनकर दुकानदार की आंखें नम हो गईं. पास में खड़े लोग इस दृश्य से भावुक हो उठे और यह पल कैमरे में कैद कर लिया गया।
सोशल मीडिया पर एएसपी की सराहना
वीडियो वायरल होने के बाद एएसपी प्रवीण सिंह चौहान की सोशल मीडिया पर जमकर प्रशंसा हो रही है। यूजर्स कह रहे हैं कि ऐसे अधिकारी ही समाज में भरोसे और सकारात्मकता की मिसाल बनते हैं। एक यूजर ने लिखा कि अगर हर अफसर में ऐसी संवेदना हो, तो पुलिस के प्रति समाज का नजरिया बदल जाएगा। बागपत पुलिस विभाग को भी इस कार्य के लिए बधाइयां मिल रही हैं, क्योंकि उनके अधिकारी ने अपनी वर्दी की गरिमा को और ऊंचा किया है।
इस घटना का प्रभाव सिर्फ उस पल तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह वीडियो उन सभी के लिए प्रेरणा बन गया है जो दिवाली जैसे त्योहार पर इंसानियत की असली भावना को महसूस करना चाहते हैं. जहां बाजारों में चमक-दमक और भीड़ है, वहीं एक सादा सा पर मानवीय व्यवहार किसी गरीब दुकानदार के लिए असली दीयों की तरह उजाला बन गया।
यह घटना इस बात का प्रतीक है कि अब पुलिस सिर्फ कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि सामाजिक संवेदनाओं को भी महत्व देने लगी है. एएसपी प्रवीण सिंह चौहान ने यह साबित कर दिया कि वर्दी पहनने वाले भी दिल से इंसान होते हैं और उनका काम सिर्फ सख्ती नहीं, बल्कि स्नेह और संवेदनशीलता भी है।