विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग बनकर हुआ तैयार, 96 पहिए वाली ट्रक से महाबलीपुरम से बिहार के लिए हुआ रवाना...
World Largest Shivling in Bihar: बिहार के पूर्वी चंपारण स्थित चकिया में बन रहे दुनिया के सबसे बड़े विराट रामायण मंदिर के लिए 33 फीट का शिवलिंग बनकर तैयार हो चुका है। इस शिवलिंग का निर्माण तमिलनाडु के महाबलीपुरम स्थित पट्टीकाडु गांव में बीते 10 सालों से चल रहा था।
33 फीट का ये शिवलिंग ग्रेनाइट पत्थर से बनकर तैयार हुआ है। बीते दिन शुक्रवार यानी 21 नवंबर 2025, को महाबलीपुरम से 96 पहिए वाली ट्रक से इस शिवलिंग को चंपारण स्थित विराट रामायण मंदिर के लिए रवाना कर दिया है।
शिवलिंग बनाने वाली कंपनी के संस्थापक ने क्या कहा?
शिवलिंग को रवाना करने से पहले विधिवत रूप से इसकी पूजा की गई, जिसमें गांव के लोग भी शामिल हुए। शिवलिंग को बनाने वाली कंपनी के संस्थापक विनायक वेंकटरमण ने कहा कि, इसे बनाने में करीब तीन करोड़ रुपये का खर्चा आया है।
अगले साल फरवरी के आस पास यह शिवलिंग विराट रामायण मंदिर में स्थापित हो जाएगा। वैसे उम्मीद की जा रही है कि, जनवरी के मध्य ही शिवलिंग मंदिर में स्थापित हो जाए।
10 सालों में बनकर तैयार हुआ शिवलिंग
इस विशाल शिवलिंग को बनाने के लिए कलाकारों की 10 सालों की मेहनत है। शिवलिंग को महाबलीपुरम से बिहार पूर्वी चंपारण स्थित विराट रामायण मंदिर पहुंचाने में करीब 20 से 25 दिन का समय लग सकता है।
बात की जाए शिवलिंग के वजन की तो यह 210 मीट्रिक टन का है। शिवलिंग बनाने वाली कंपनी ने बताया कि, रास्ते में कई राज्यों और शहरों में लोग शिवलिंग के दर्शन कर पाएंगे।
साल 2023 में हुआ मंदिर का शिलान्यास
भारत में किसी भी मंदिर मं स्थापित होने वाला यह सबसे बड़ा शिवलिंग है। विराट रामायण मंदिर महावीर मंदिर न्यास समिति के द्वारा बनवाया जा रहा है। इस मंदिर के प्रवेश द्वार पर गणेश स्थल, सिंह द्वार, नंदी, शिवलिंग, गर्भ गृह का काम पूरा हो चुका है।
विराट रामायण मंदिर 1080 फीट लंबा और 540 फीट चौड़ा होगा। जिसमें कुल 18 शिखर और 22 मंदिर होंगे और मुख्य शिखर की ऊंचाई 270 फीट, चार शिखर की ऊंचाई 180 फीट, एक शिखर की ऊंचाई 135 फीट, आठ शिखर की ऊंचाई 108 फीट और एक शिखर की ऊंचाई 90 फीट होगी।
इन जगहों से जाएगा शिवलिंग
इस मंदिर का शिलान्यास 20 जून 2023 को किया गया था। इस मंदिर का निर्माण बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के केसारिया और चकिया के बीच जानकीनगर में हो रहा है। पटना से इस मंदिर की दूरी करीब 110 किलोमीटर है।
महाबलीपुरम से इस शिवलिंग को होसुर, होसाकोट, देवनाहाली, कुरनुल, हैदराबाद, निजामाबाद, अदिलाबाद, नागपुर, सीवनी, जबलपुर, कंपनी, मैहर, सतना, रीवा, मिर्जापुर, आरा, छपरा, मसरख, मोहम्मदपुर, केसरिया होते चकिया विराट रामायण मंदिर लाया जाएगा।
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