IND vs SA: बैटिंग पोजीशन से लेकर टीम सेलेक्शन तक.. टीम इंडिया हार के 3 कारण, 15 साल बाद लगा हार का कलंक...
India vs South Africa: व्हाइट बॉल क्रिकेट को हटा दें तो टेस्ट में टीम इंडिया की हालत बद से बद्तर होती नजर आ रही है. पिछले साल घरेलू टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड की ऐतिहासिक हार का जख्म भरा नहीं था कि भारतीय टीम को घर में साउथ अफ्रीका ने रौंद दिया.टेम्बा बवुमा की कप्तानी वाली टीम के लिए ये जीत ऐतिहासिक थी क्योंकि भारत को 15 साल बाद घरेलू टेस्ट में इस टीम ने मात दी है. कोलकाता में साउथ अफ्रीका की टीम ने भारत को 30 रन से मात दी. टीम इंडिया की शर्मनाक हार के तीन बड़े कारण सामने आ चुके हैं।
बैटिंग पोजीशन से छेड़छाड़
भारतीय टीम में एक से बढ़कर एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज मौजूद थे. इसके बावजूद टीम इंडिया की बैटिंग पोजीशन से छेड़छाड़ हुई. भारतीय टीम मैनेजमेंट ने ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर को तीन नंबर पर उतारने का फैसला किया. हालांकि, सुंदर ने टीम इंडिया को जीत दिलाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया. पहली पारी में उन्होंने 29 रन की पारी खेली जबकि दूसरी पारी में 31 रन बनाए. हालांकि, गेंदबाजी में उन्हें विकेट हासिल नहीं हुआ।
6 लेफ्टी बल्लेबाज
लेफ्टी बल्लेबाजों के लिए कोलकाता की पिच काल साबित हुई. भारतीय टीम की सबसे बड़ी वीकनेस लेफ्टी बल्लेबाज रहे. टीम इंडिया की प्लेइंग-XI में 6 लेफ्टी बल्लेबाज थे. ऑफ स्पिनर्स के सामने लेफ्टी बल्लेबाज फिसड्डी दिखे. यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत जैसे नामी खिलाड़ी पूरी तरह से फ्लॉप नजर आए. टीम इंडिया पर इसका गहरा असर दिखा और इस प्लान की कीमत हार से चुकानी पड़ी।
शुभमान गिल हुए इंजर्ड
टीम इंडिया में पहले ही दाएं हाथ के बल्लेबाजों की कमी थी और कप्तान शुभमन गिल पहली पारी में ही इंजर्ड हो गए. ये भारत के लिए बड़ा नुकसान साबित हुआ. दूसरी पारी में भी शुभमन गिल बल्लेबाजी करने नहीं उतरे और भारत को 9 बल्लेबाजों से ही खेलना पड़ा. गिल की चोट का खामियाजा भारत को 30 रन की हार क सामना करना पड़ा. भारत 15 साल के इतिहास में अफ्रीका से घरेलू टेस्ट हारी है।