दुबई में सेटल हुआ नशीले कफ सिरप की बिक्री से जुड़ा कारोबारी, सांसद के दोस्त संग चला रहा है होटल...
लखनऊ राज्य ब्यूरो। कोडीनयुक्त नशीले कफ सिरप की बिक्री करने वाले कारोबारियों का दुबई से रिश्ता नया नहीं है। नशीली दवा के कारोबार में मोटा मुनाफा है। कार्रवाई की आशंका होने पर कारोबारी दुबई का रूख कर लेते हैं। वहां होटल कारोबार में हाथ डालते हैं और वहीं सेटल हो जाते हैं। गोरखपुर में भी नशीली दवा का कारोबार करने वाला एक कारोबारी दुबई में सेटल हो गया है। वह वहां होटल चला रहा है।
खास बात यह है कि दुबई में वह पूर्वांचल के एक सांसद के मित्र के साथ पार्टनरशिप में है। उस कारोबारी का नाम वर्ष 2022 में गोरखपुर में कोडीनयुक्त कफ सिरप फेंसिडिल की बरामद में सामने आया था। बनारस से कफ सिरप तस्करी करने वाला व्यापारी के दुबई भाग जाने पर एक बार फिर गोरखपुर का मामला गरमा गया है।
दरअसल, वर्ष 2022 के अगस्त में पूर्वी यूपी में करीब 20 करोड़ मूल्य की नशीली दवाएं ड्रग विभाग ने कुशीनगर, गोरखपुर और संतकबीरनगर से बरामद की थी। इनमें करीब 20 हजार बोतलें फेंसिडिल की थी। नशीली गोलियां और इंजेक्शन भी थे। यह दवाएं आगरा से लाई गई थी। इन्हें बिहार ले जाया जा रहा था। इस मामले में छह लोग गिरफ्तार हुए थे। जांच के प्रारंभिक चरण में ही गोरखपुर के कुछ कारोबारी के नाम सामने आए। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। उनमें से एक कारोबारी अब दुबई में सेटल है।
बनारस के व्यापारी के दुबई भागने पर गरमाया मामला
बनारस में नशीली दवा के कारोबार का नेटवर्क गोरखपुर की थोक दवा मंडी भालोटिया से जुड़ा है। युवाओं की रगों में नशीला जहर घोलने वाले कोडिंगयुक्त कफ सिरप की बिक्री से जुड़े व्यापारी एक दूसरे के संपर्क में थे। वर्ष 2022-23 में हुई जांच में बनारस का कनेक्शन टीम को मिला था। बनारस से कफ सिरप की तस्करी करने वाला व्यापारी के दुबई भाग जाने पर एक बार फिर यह मामला गरमा गया है। सरकार की सख्ती को देखते हुए गोरखपुर के दवा कारोबारियों ने अपने मुंह को बंद कर लिया है। नशीली दवा के ज्यादातर कारोबारी अंडरग्राउंड है।