मुस्लिम और पिछले इलाकों में नहीं जा रहे BLO.. SIR पर अखिलेश यादव बोले- यूपी में कट सकते हैं डेढ़ से दो करोड़ वोट...
उत्तर प्रदेश, राज्य ब्यूरो। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी और चुनाव आयोग मिलकर वोटर लिस्ट से बड़े पैमाने पर नाम हटाने की कोशिश कर रहे हैं।
अखिलेश के अनुसार, जिन इलाकों में समाजवादी पार्टी का जनाधार मजबूत है, वहां विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण प्रक्रिया के दौरान लगभग 50,000 तक मतदाता नाम हटाए जा सकते हैं. उनका कहना है कि मुस्लिम, दलित, पिछड़े और अतिपिछड़े समुदायों वाले मोहल्लों में बीएलओ समय पर नहीं पहुंच रहे, जिससे लाखों लोगों के मतदान अधिकार प्रभावित हो सकते हैं।
बिना तैयारी पुनरीक्षण प्रक्रिया शुरू कर दी
आपको बता दें कि अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग ने बिना पर्याप्त तैयारी के पुनरीक्षण प्रक्रिया शुरू कर दी है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीएलओ पर जरूरत से ज्यादा दबाव डाला जा रहा है, जिसके कारण गुजरात, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में कई बीएलओ ने मानसिक तनाव में आत्महत्या जैसे कदम उठा लिए।
फर्रुखाबाद के कई गांवों का रिकॉर्ड नहीं
उन्होंने मतदाता सूची संबंधी गंभीर कमियों का उदाहरण देते हुए बताया कि फर्रुखाबाद के कई गांवों का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है और लखनऊ पूर्वी इलाके में 1100 मतदाता लिस्ट से गायब पाए गए हैं. अखिलेश ने आयोग से मांग की कि एसआईआर प्रक्रिया की समयसीमा बढ़ाई जाए ताकि सही मतदाता सूची तैयार की जा सके।
बीजेपी पर सीधा हमला और चुनावी रणनीति
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद पार्टी भ्रष्टाचार के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी आज की समस्याओं पर बात ही नहीं करती और केवल भविष्य के वादों में लोगों को उलझाती है। अखिलेश का दावा है कि बीजेपी न पश्चिम बंगाल में जीत पाएगी और न ही उत्तर प्रदेश में।
BJP सभी धर्मों के खिलाफ
इसके साथ ही उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि बीजेपी अपने ही घोषणा पत्र पढ़ने की स्थिति में नहीं है, इसलिए समाजवादी पार्टी 2147 का घोषणा पत्र जारी कर देगी. अखिलेश के अनुसार बीजेपी सभी धर्मों के खिलाफ है, और जब समाजवादी सरकार इटावा में केदारेश्वर मंदिर का निर्माण करा रही थी, तब भी बीजेपी ने विरोध में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलवाई थी.
कानपुर में आवेदन देने के बावजूद FIR दर्ज नहीं
अखिलेश यादव ने व्यापारियों और आम नागरिकों की समस्याओं का उल्लेख करते हुए कहा कि दाल मंडी के व्यापारियों के साथ पुलिस द्वारा दबाव बनाने की घटनाएँ सामने आई हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कानपुर में सौ से अधिक आवेदन देने के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की गईं।
नई लड़ाई में पूरी ताकत से उतरना होगा
अखिलेश ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें नेताजी के सिद्धांतों को याद रखते हुए इस नई लड़ाई में पूरी ताकत से उतरना होगा। उन्होंने शांतिपूर्ण और संयमित तरीके से जनता के बीच जाकर वोट बनाने और एसआईआर प्रक्रिया की निगरानी करने की अपील की।
साथ ही वह दावा करते हैं कि 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी और वे नई तकनीक और AI आधारित उपकरणों के साथ विकास को नई दिशा देंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या, काशी और मथुरा में मिली सरकारी जमीनों की जांच कराई जाएगी, जिसमें कई बीजेपी नेताओं की संलिप्तता सामने आने की संभावना है।