IND vs SA, 2nd ODI: दूसरे वनडे में मिली हार का असली मुजरिम कौन? कोच गौतम गंभीर या यशस्वी जायसवाल.. अब फैसला आप करें...
Why India lost the 2nd ODI against South Africa in Raipur: भारत को दूसरे वनडे मैच में 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. भारत ने 50 ओवर में 5 विकेट पर 358 रन बनाए थे इसके बाद भारतीय गेंदबाज इतने बड़े टारगेट को बचा नहीं पाए और आखिर में 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
साउथ अफ्रीका ने 4 गेंद शेष रहते मैच को जीत लिया। अब भारत की हार के बाद फैन्स और क्रिकेट के जानकार हार के कारण गिना रहे हैं। किसी ने यशस्वी जायसवाल को हार की वजह बताया है तो किसी ने गौतम गंभीर की प्लेइंग इलेवन के चुनाव को लेकर निशाना साधा है। ऐसे में जानते हैं तो आखिर दूसरे वनडे में भारत की हार का असली मुजरिम कौन है जानें...
क्या गौतम गंभीर की रणनीति वनडे में भी हो रही फ्लॉप ?
पहले वनडे में टीम इंडिया साढ़े तीन सौ के करीब रन बनाकर थी लेकिन किस्मत ने भारतीय टीम को बचा लिया। लेकिन दूसरे वनडे में किस्मत ने भारतीय टीम का साथ नहीं दिया और आखिरी में 4 विकेट से हार मिली।
भारत की हार का एक असली वजह गौतम गंभीर की रणनीति भी हैं। टीम में स्पेशलिस्ट गेंदबाज़ों की कमी दिख रही है. सिराज और शमी जैसे गेंदबाज़ों को दरकिनार कर दिया गया है, वे ऐसे गेंदबाज हैं जो डेथ ओवरों में भी भारत को जीत दिलाने का मद्दा रखते हैं।
लेकिन वनडे में प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा पर ज्यादा से ज्यादा विश्वास किया जाना भारत के लिए हार लेकर आ रहा है। भले ही हर्षित राणा आपको विकेट लाकर दे रहे हैं लेकिन 70 रन देने के बाद। दूसरे वनडे में हार्षित को केवल एक ही विकेट मिला लेकिन रन खर्च कर दिए 70. वरुण चक्रवर्ती जैसा क्लास स्पिनर का वनडे टीम में न होना निराश कर रहा है।
जडेजा या सुंदर को इसलिए खिला रहे है कि वो बैटिंग भी कर सकते हैं लेकिन यदि आप 350 रन बनाकर मैच हार रहे हैं तो इसका सीधा सा कारण है कि टीम के पास मैच विनर बॉलर की कमी है। गौतम गंभीर और टीम मैनेजमेंट का पूरा ध्यान ऑलराउंडरों पर हैं, जो टीम इंडिया के लिए घातक साबित होता जा रहा है।
* अक्टूबर 2025 बनाम AUS (IND 265 रन डिफेंड नहीं कर पाया)
* दिसंबर 2025 बनाम SA (IND 359 रन डिफेंड नहीं कर पाया)
यशस्वी जायसवाल का कैच छूटना बना हार का कारण ?
18वें ओवर की दूसरी गेंद पर मार्करम का कैच यशस्वी जायसवाल ने छोड़ दियाय तब मार्करम 53 रन बनाकर खेल रहे थे। यदि उस समय वह कैच हो जाता तो शायद मैच का परिणाम भारत के पक्ष में आ सकता था। मार्करम ने इसके बाद मैच विनिंग पारी खेली और 110 रन बनाने में सफल रहे।
क्या प्रसिद्ध कृष्णा और हार्षित राणा को सिराज की जगह टीम में रखना है लाज़मी?
क्या भारतीय इलेवन में सिराज की जगह प्रसिद्ध कृष्णा को मौका देना भारत की हार की वजह रही है। इकॉनमी के मामले में कृष्णा असफल रहे हैं, पिछले 3 सालों में, उसने 14 वनडे खेले हैं। अगर आप ज़िम्बाब्वे का एक गेम (3 विकेट) हटा दें, तो उन्होंने अपने वनडे करियर में असल में दो बार 2 विकेट लिए हैं। हर दूसरे मैच में? एक विकेट लेते हैं और ज्यादा से ज्यादा रन दे रहे हैं।
पिछली बार प्रसिद्ध कृष्णा साल 2022 में 10 ओवर का कोटा पूरा किया था। बता दें कि कृष्णा ने अपने ODI करियर में, सिर्फ़ 3 बार अपना 10 ओवर का कोटा पूरा किया। "फ्रंटलाइन बॉलर" के तौर पर प्रसिद्ध कृष्णा को आजमाना भारत के लिए घातक साबित हो रहा है। मगर अफसोस कि, बात यह है कि हमारे कोच गौतम गंभीर को शायद ये सब कुछ नहीं दिख रहा है क्योंकि उनकी छोटी आंखों का ही शायद दोष हो?...
प्रसिद्ध कृष्णा की गेंदबाजी में दिख रही है खामी
* बल्लेबाजों पर प्रेशर बनाने में फेल
* विकेट किस्मत से मिल रहे
* रन लुटाते हैं, और हार का काऱण बन जा रहे हैं।
* हाइट और पेस के लिए चुने गए, लेकिन कोई उनकी गेंदबाजी पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है।
* टेस्ट इकॉनमी, 5 के करीब
* ODI इकॉनमी 6 के करीब
* T20I में इकॉनमी 11रन/ओवर के करीब
* गेंदबाजी में यॉर्कर का इस्तेमाल न के बराबर, कोई प्रॉपर बाउंसर नहीं कर पाते हैं।
प्रसिद्ध कृष्णा पिछले 5 ODI में:
* 6 ओवर, 56 रन, 2 विकेट - ER 9.33
* 5 ओवर, 45 रन, 1 विकेट - ER 9
* 7 ओवर, 52 रन, 1 विकेट - ER 7.42
* 7.2 ओवर 48 रन, 1 विकेट - ER 6.54
दूसरे ODI मैच 8.2 ओवर, 85 रन, 2 विकेट - ER 10.20
अब यह सवाल टीम मैनेजमेंट के पाले में है। क्या इन गलतियों के कारण अब वनडे में भी हम हार रहे हैं। 2027 का वर्ल्ड कप भारतीय टीम कैसे जीतेगी। इसको लेकर अब ठोस कदम और ठोस प्लानिंग की दरकार है।