Gold Price Update: आज धनतेरस-दिवाली से पहले सोने की कीमतों ने बनाया नया रिकॉर्ड, 1 लाख 31 हजार के पार पहुंचा भाव...
ब्यूरो, नई दिल्ली, 14 अक्टूबर 2025: सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी का दौर जारी है। मंगलवार को घरेलू बाजार में सोने ने नया ऑल टाइम हाई बना लिया, जबकि चांदी ने भी अब तक के सबसे ऊंचे स्तर को छू लिया।एमसीएक्स एक्सचेंज पर शुरुआती कारोबार में सोने का वायदा भाव ₹4,411 की बढ़त के साथ ₹1,31,000 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता दिखाई दिया। वहीं चांदी भी ₹6,848 की उछाल के साथ ₹1,61,493 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। यह तेजी केवल घरेलू बाजार में नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी देखी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते ट्रेड टेंशन, अमेरिकी टैरिफ नीतियों और यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीदों ने सोने को एक बार फिर सेफ हैवन एसेट के रूप में सबसे पसंदीदा निवेश बना दिया है।
अमेरिका-चीन के बीच बढ़ा तनाव, बाजार में घबराहट
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं - अमेरिका और चीन - के बीच एक बार फिर व्यापारिक तनाव (Trade Tension) गहराता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में चीनी उत्पादों पर 100 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इसके अलावा, अमेरिका ने अपने यहां बनने वाले महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट्स पर भी नियंत्रण बढ़ा दिया है। इससे पहले चीन ने रेयर अर्थ मेटल्स के निर्यात पर नए नियंत्रण लगाए थे, जिससे सेमीकंडक्टर, बैटरी और टेक्नोलॉजी उद्योग पर असर पड़ने की संभावना है। विश्लेषकों का कहना है कि इन कदमों ने ग्लोबल ट्रेड ग्रोथ को लेकर अनिश्चितता बढ़ा दी है। निवेशक अब ऐसे समय में अपने पैसे को सुरक्षित ठिकाने (Safe Haven) में लगाने की कोशिश कर रहे हैं - और सोना-चांदी इस स्थिति में सबसे भरोसेमंद विकल्प माने जाते हैं।
निवेशकों की पहली पसंद बना सोना
* वैश्विक स्तर पर भी सोने की कीमतें लगातार नई ऊंचाइयां छू रही हैं। मंगलवार सुबह कॉमेक्स (COMEX) पर सोना 1.05% (लगभग $43.40) की बढ़त के साथ $4,176.40 प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था - जो एक रिकॉर्ड स्तर है। मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि इस उछाल के पीछे कई कारक हैं:
* फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीद - इससे सोने की मांग बढ़ती है क्योंकि लोअर इंटरेस्ट रेट्स से नॉन-यील्डिंग एसेट्स (जैसे सोना) अधिक आकर्षक बनते हैं।
* जियोपॉलिटिकल अनिश्चितता - अमेरिका और चीन के बीच तनाव के अलावा मध्यपूर्व और यूरोप में भी भू-राजनीतिक हालात अस्थिर हैं।
* डॉलर की कमजोरी - डॉलर के कमजोर पड़ने से अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए सोना सस्ता होता है, जिससे डिमांड बढ़ जाती है।
घरेलू बाजार में भी सोने की चमक बरकरार
भारत जैसे देशों में सोना हमेशा से सुरक्षित निवेश और सांस्कृतिक विरासत दोनों का प्रतीक रहा है। त्योहारी सीजन (दशहरा और दिवाली) नजदीक आने के कारण घरेलू डिमांड में भी इजाफा हो रहा है। एमसीएक्स पर 24 कैरेट सोना ₹1,31,000 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। इस साल की शुरुआत में सोना ₹72,000 के आसपास था - यानी महज 10 महीनों में इसकी कीमत में लगभग 82% की बढ़ोतरी हो चुकी है। वहीं, ज्वेलर्स का कहना है कि बढ़ती कीमतों के बावजूद शादी और त्योहारी सीजन में मांग बनी हुई है, हालांकि रिटेल खरीदारी थोड़ी कम हुई है।
चांदी की कीमतों में भी ऐतिहासिक उछाल
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी अभूतपूर्व उछाल देखने को मिल रही है। एमसीएक्स पर चांदी का वायदा भाव शुरुआती कारोबार में ₹6,848 (4.43%) बढ़कर ₹1,61,493 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान यह ₹1,62,057 प्रति किलोग्राम के स्तर तक पहुंचा - जो अब तक का ऑल टाइम हाई है। वैश्विक बाजार में भी यही रुझान देखने को मिला। कॉमेक्स पर चांदी का भाव मंगलवार सुबह 3.61% (लगभग $1.80) बढ़कर $52.23 प्रति औंस तक पहुंच गया। विशेषज्ञों के मुताबिक, औद्योगिक मांग में वृद्धि, इलेक्ट्रिक वाहनों और सोलर पैनल सेक्टर में चांदी की जरूरत, और निवेशकों की बढ़ती रुचि - इन तीनों ने मिलकर चांदी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है।
क्यों बढ़ रही है "सेफ हैवन" डिमांड?
जब भी वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता आती है, निवेशक अपने पैसे को ऐसे एसेट्स में लगाना पसंद करते हैं जिनमें जोखिम कम हो। इन्हें ही कहा जाता है सेफ हैवन एसेट्स (Safe Haven Assets) - जैसे सोना और चांदी।
अभी की स्थिति में:
* अमेरिका-चीन ट्रेड युद्ध ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार को झटका दिया है।
* यूएस फेड की ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
* ग्लोबल बॉन्ड यील्ड्स घट रही हैं, जिससे सोना और चांदी में निवेश आकर्षक लग रहा है।
* क्रिप्टो मार्केट की अस्थिरता ने पारंपरिक निवेश विकल्पों को फिर से लोकप्रिय बना दिया है।
निवेशकों के लिए संकेत
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी में यह तेजी आने वाले हफ्तों में और जारी रह सकती है। आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एचडीएफसी सिक्योरिटीज और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विश्लेषकों का कहना है कि अगर डॉलर इंडेक्स कमजोर होता रहा और ब्याज दरों में कटौती हुई, तो सोना ₹1,35,000 प्रति 10 ग्राम तक और चांदी ₹1,70,000 प्रति किलो तक जा सकती है। हालांकि, वे निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह भी दे रहे हैं। कम समय में तेज़ बढ़त के बाद प्रॉफिट बुकिंग का दबाव भी बढ़ सकता है। इसलिए निवेशक अपने पोर्टफोलियो को संतुलित रखें और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से निवेश करें।
चमकदार लेकिन सतर्क बाजार
सोना और चांदी दोनों ही फिलहाल निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बने हुए हैं। लेकिन यह भी सच है कि मौजूदा तेजी वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और राजनीतिक तनाव पर आधारित है। जैसे-जैसे स्थिति स्थिर होगी, कीमतों में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलेगा। फिलहाल, जो निवेशक सुरक्षित और स्थिर विकल्प की तलाश में हैं, उनके लिए सोना-चांदी एक बार फिर से "सेफ हैवन" के रूप में अपनी चमक बिखेर रहे हैं।