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'मैंने उसे नहीं मारा'...छात्रा के अपहरण और हत्या के आरोपी ने दी जान, मरने से पहले लिखा उसने सुसाइड नोट...

'मैंने उसे नहीं मारा'...छात्रा के अपहरण और हत्या के आरोपी ने दी जान, मरने से पहले लिखा उसने सुसाइड नोट...

अंबेडकरनगर। छात्रा के अपहरण व हत्यारोपित युवक का बुधवार को आजमगढ़ जिले में अतरौलिया की बाग में फंदे से लटकता शव मिला है। मृतक ने अपने पैंट पर लिखे सुसराइट नोट में खुद को निर्दोष बताते हुए अपनी मौत का जिम्मेदार छात्रा के स्वजन को ठहराया है। आरोपित की मौत के बाद अब छात्रा के अपहरण और हत्या की गुत्थी उलझ गई है। कदम-कदम पर पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है। छात्रा संग आरोपित की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब पुलिस सुसाइड नोट की जांच कर रही है।

राजेसुल्तानपुर के एक गांव की कक्षा 11 की छात्रा गत दो दिसंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में घर से गायब हो गई थी। खोजबीन के बाद स्वजन ने चार दिसंबर को पदुमपुर खरुवइयां गांव के सौरभ गौड़ पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपित वर्ष भर पूर्व छात्रा के घर में घुसकर मार-पीट व छेड़छाड़ के मामले में आरोपित था, जो 10 माह जेल में रहने के बाद पांच नवंबर को छूटा था।

इसी के बाद नया घटनाक्रम सामने आया। गत 20 दिसंबर को छात्रा का शव तेंदुआईकला में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के बगल पानी की टंकी के पास मिला था। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने दर्ज मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ाकर आरोपित सौरभ गौड़ की गिरफ्तारी के लिए स्वाट, सर्विलांस संग पांच टीमों को गठन किया था।

पुलिस जल्द ही सौरभ को गिरफ्तार कर घटना के रहस्य से पर्दा उठाने का दावा कर रही थी। बुधवार की सुबह वहां से करीब तीन किलोमीटर दूर गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के बगल में ही सीमावर्ती आजमगढ़ जिले के अतरौलिया थाना के जमीन नंदना गांव की बाग में सौरभ का शव पेड़ से फंदे से लटका पाया गया।

अतरौलिया पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। क्षेत्राधिकारी प्रदीप सिंह चंदेल, राजेसुल्तानपुर थानाध्यक्ष अक्षय कुमार व जहांगीरगंज अजय यादव पुलिस के साथ पहुंचे और जांच की।

छात्रा की मौत की गुत्थी उलझी

सौरभ की मौत के साथ घटना में नया मोड़ आ गया है। छात्रा की मौत की गुत्थी और उलझ गई है। उम्मीद थी कि इस मामले में नामजद सौरभ के मिलने पर छात्रा की मौत की घटना साफ होगी, लेकिन तीन दिन में भी पुलिस सौरभ को तलाश नहीं सकी। इस बीच वह मिल जाता तो शायद जीवित रहता, लेकिन उसकी भी मौत होने के बाद अब छात्रा को किसने मारा, यह रहस्य और भी गहराता जा रहा है।

दारोगा पर मारने-पीटने का आरोप

मृतक के स्वजन का आरोप है कि छात्रा के अपहरण के बाद राजेसुल्तानपुर पुलिस ने सौरभ के न मिलने पर घर के सदस्यों को उठाया था। चार दिन तक हिरासत में लेकर उत्पीड़न किया। मृतक की बहन अंशू को थाने के एक दारोगा ने मारा-पीटा था।सीओ प्रदीप सिंह चंदेल ने बताया कि सौरभ के स्वजन कोई शिकायत करें तो आरोपित की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

सुसाइड नोट में बताया खुद को निर्दोष

मौत से पहले सौरभ ने खुद अपनी ही पैंट पर लिखे सुसाइड नोट में छात्रा को नहीं मारने की बात लिखी है। स्वयं को निर्दोष बताया है। अपनी पैंट पर पेन से लिखे सुसाइड नोट में उसने कुछ फोन नंबरों को लिखते हुए बताया है कि यह उस छात्रा का नंबर है। मैंने उसे नहीं मारा। मेरी मौत के लिए छात्रा के स्वजन को ही जिम्मेदार हैं।