'बेवफ़ा पत्नी संध्या को OYO में नहीं देख सकता' वाराणसी में Rahul की Love Marriage का हुआ दर्दनाक अंत...
वाराणसी, ब्यूरो। पत्नियों से सताए लोगों की लगातार खबरें सामने आ रही हैं। इसी बीच, उत्तर प्रदेश के वाराणसी से चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। यहां एक 30 साल के राहुल मिश्रा ने 9 दिसंबर 2025 को अपने घर में फांसी से लटककर जान दे दी। मौत से कुछ घंटे पहले ही बाइक चलाते हुए 7 मिनट 29 सेकंड का एक भावुक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी संध्या मिश्रा पर बेवफाई, बेटे से मिलने न देने और 498A केस में फंसाने का दर्द बयान किया। गौर करने वाली बात यह थी कि राहुल और संध्या की लव मैरिज थी, जो एक दर्दनाक अंत बन गई। आइए विस्तार से जानें कैसे प्रेम कहानी ने दर्दनाक मोड़ ले लिया?
कैसे शुरू हुई थी यह प्रेम कहानी? जानें
घटना वाराणसी के बनकट गांव की है। राहुल मिश्रा वाराणसी में एक बड़े व्यापारी की लग्जरी गाड़ी चलाते थे। रोज व्यापारी की बेटी को काशी हिंदू विश्वविद्यालय के गंगापुर कैंपस छोड़ने जाते थे। कॉलेज में उनके कई दोस्त थे और छात्र संघ चुनाव में भी सक्रिय रहते थे।
इसी दौरान लोहता थाना क्षेत्र की भीटी गांव की संध्या (28) से मुलाकात हुई। दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया। लेकिन जब राहुल के घरवालों ने दूसरी जगह उनकी शादी पक्की कर दी, तो संध्या ने गुस्से और दुख में हाथ की नस काट ली और पिता की दवाइयां खा लीं। हालत गंभीर होने पर दोनों परिवारों में समझौता हुआ और साल 2021 में सारनाथ के शिव मंदिर में लव मैरिज हो गई। शादी के बाद दोनों को एक प्यारा बेटा हुआ - रेयांश। शुरुआती दो-तीन साल सब ठीक चला।
Rahul Mishra Blames Wife Sandhya Singh : कब और कैसे टूटी शादी?
परिवार के मुताबिक, करीब 10 महीने पहले एक रिश्तेदारी की शादी में संध्या की मुलाकात अपने दूर के रिश्तेदार शुभम सिंह उर्फ 'डेंजर' से हुई। दोनों के बीच चैटिंग शुरू हुई। राहुल को जब यह बात पता चली तो विवाद हुआ। संध्या ने मायके जाने का फैसला किया और 8 महीने पहले बेटे रेयांश को लेकर मायके चली गई।
इसके बाद शुरू हुआ कानूनी और मानसिक उत्पीड़न का सिलसिला:
* संध्या ने राहुल के खिलाफ लोहता थाने में दहेज उत्पीड़न (498A) का केस दर्ज कराया।
* राहुल को 3 महीने जेल भी हुई।
* संध्या ने कोर्ट में तलाक की अर्जी डाली और 30 लाख रुपये मांगे।
* राहुल जब भी बेटे से मिलने जाता, उसे बेइज्जत कर भगा दिया जाता।
* चार दिन पहले ही शुभम सिंह और उसके दोस्तों ने करौता बाजार में राहुल की पिटाई की थी।
आखिरी दिन क्या हुआ? जानें
8 दिसंबर की शाम राहुल अपने मालिक की गाड़ी लेकर ससुराल गया। संध्या से बोला, 'सब माफ कर दूंगा, बस मेरे साथ चलो।' जवाब में संध्या और उसकी मां ने अपमानित किया। बेटे को एक झलक दिखाने की गुजारिश भी ठुकरा दी गई। उसी रात राहुल ने बाइक पर दो वीडियो बनाए। दूसरे वीडियो में वे रोते-रोते कहा- 'मैं अपनी बीवी से बहुत प्यार करता था... मैं जीना चाहता था... लेकिन आज जान दे रहा हूं।' मुझे अच्छा नहीं लगता कि मेरी बीवी किसी और से बात करे, उसे होटल ले जाए।
वकौल राहुल मिश्रा..मेरा एक छोटा सा बेटा है, उसके बिना जी नहीं पाता हूं। आज भी मिलने गया था, सोचा हजार-दो हजार दे दूंगा, बच्चे को कुछ मिल जाएगा... मिलने नहीं दिया। मैं कर्ज में डूबा हूं - गाड़ी की किस्त, दूध वाला, किराने वाला... फिर भी उसने चार थानों में मेरे खिलाफ रिपोर्ट लिखवाई, पिटवाया, जेल भिजवाया। मेरी बीवी खुलेआम बोल रही है कि शुभम डेंजर से बात करेगी... मैं उसे OYO या होटल में किसी और के साथ नहीं देख सकता। कद्र तो कर लेती...'
Rahul Mishra Died: अब क्या हुआ?
राहुल की मौत के बाद उसकी मां रानी देवी (जो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं) ने संध्या, शुभम सिंह डेंजर और सास के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने (306 IPC) का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने संध्या और उसकी मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शुभम सिंह की तलाश जारी है। राहुल का छोटा सा बेटा रेयांश अब नाना-नानी के पास है। दादा-दादी उसे अपने पास लाने की कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
यह घटना एक बार फिर पुरुषों के मानसिक स्वास्थ्य, 498A जैसे कानूनों के दुरुपयोग और टूटते रिश्तों की उस कड़वी सच्चाई की ओर इशारा करती है, जिसे अक्सर चुपचाप सहा जाता है।