'मैं बिहार से हूं, फर्क नहीं पड़ता', 'प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड' जीतने के बाद वैभव सूर्यवंशी ने क्यों कहा ऐसा?...
Vaibhav Suryavanshi: अंडर-19 वर्ल्ड कप 2025 में के पहले मैच में भारतीय क्रिकेट टीम ने यूएई के खिलाफ 234 रनों से एक बड़ी जीत दर्ज की है. टीम इंडिया की इस जीत के हीरो रहे स्टार ओपनर वैभव सूर्यवंशी को प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। वैभव ने यूएई के खिलाफ 171 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी, जिसकी बदौलत ही भारतीय टीम 50 ओवर में 433 का स्कोर बना पाई थी।
वैभव सूर्यवंशी ने क्या कहा?
यूएई के खिलाफ खेले गए मुकाबले में वैभव सूर्यवंशी ने कमाल की बल्लेबाजी की 171 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया।
प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतन के बाद वैभव सूर्यवंशी ने कहा, 'मैंने बोला था कि मैं प्रैक्टिस कर रहा हूं, तो आज मैंने एक स्वीप मारा स्कूप भी मारा.' पीछे से विकेटकीपर आपको परेशान कर रहे थे, तो क्या आप उससे परेशान हो रहे थे. इसपर वैभव ने कहा, 'मैं बिहार से बिलांग करता हूं, पीछे से कुछ बोलता है, तो फर्क नहीं पड़ता. वो कीपर हैं, तो उनका काम ही है ये करनाा. मैं खुद के गेम पर फोकस कर रहा था।'
आप विराट कोहली से भी ज्यादा सर्च किए जाने वाले क्रिकेटर बन गए हैं. ये आपको मालूम है. इसपर वैभव ने कहा, 'मैं ध्यान नहीं देता, मैं सिर्फ अपने गेम पर फोकस करता हूं. मैं देखता हूं, हर चीज को इंज्वॉय करता हूं, लेकिन फिर आगे बढ़ जाता हूं अपने गेम पर फोकस करता हूं।'
Vaibhav Suryavanshi ने बनाए 171 रन
भारतीय स्टार ओपनर वैभव सूर्यवंशी ने एक बार फिर अपना जलवा बिखेरा है. दुबई में वनडे फॉर्मेट में खेले जा रहे एशिया कप में टी-20 वाले अंदाज में बल्लेबाजी की यूएई के खिलाफ कमाल का खेल दिखाया. वैभव ने अपनी पारी में 95 गेंदों का सामना किया, जिसमें 171 रनों की धाकड़ पारी खेली, जो उनका लिस्ट ए करियर का सबसे बड़ा स्कोर रहा.इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 180 का रहा उन्होंने 9 चौके 14 छक्के लगाए. वैभव ने इससे पहले महज 56 गेंदों पर शतक जड़ा था।
वर्ल्ड रिकॉर्ड बना गए Vaibhav Suryavanshi
ACC मेन्स अंडर-19 एशिया कप 2025 में शतक लगाते ही वैभव सूर्यवंशी ने इतिहास रच दिया. 14 साल के वैभव ने अंडर-19 एशिया कप में नया वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया. वह अबअंडर-19 एशिया कप में शतक लगाने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं. जी हां, वैभव का ये शतक 14 साल 260 दिन की उम्र में आया है।